बौद्ध धर्म से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न मे महात्मा बुद्ध के जन्म से लेकर मृत्यु तक विस्तार से बताया गया है बौद्ध धर्म के संस्थापक गौतम बुद्ध थे। महात्मा बुद्ध ने 6 वर्ष की कठिन तपस्या के बाद ज्ञान प्राप्त करके बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार किया। बौद्ध धर्म में पुनर्जन्म की मान्यता है। बौद्ध धर्म के अनुयायी को भिक्षुक और उपासक में बाँटा गया है तो चलिए सुरु करते है –
बौद्ध धर्म से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न :
महात्मा बुद्ध
महात्मा बुद्ध के बचपन का नाम सिद्धार्थ था इनका जन्म 563 ईसा पूर्व कपिलवस्तु के लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ था।सिद्धार्थ के पिता शुद्धोदन शाक्य गण के मुखिया थे। इनके जन्म के 7वे ही दिन इनकी माता मायादेवी की मृत्यु हो गई थी इनका लालन-पालन सौतेली माँ प्रजापति गौतमी ने किया था 16 वर्ष की आयु में इनका विवाह यशोधरा के साथ हुआ। इनके पुत्र का नाम राहुल था।
सिद्धार्थ जब कपिलवस्तु की सैर पर निकले तो उन्होंने निम्न चार दृश्यों को देखा –
- बूढ़ा व्यक्ति
- बीमार व्यक्ति
- शव
- संन्यासी
सांसारिक समस्याओं से व्यथित होकर सिद्धार्थ ने 29 वर्ष की अवस्था में गृह-त्याग किया जिसे बौद्धधर्म में महाभिनिष्कमण कहा गया।
- शिक्षा
गृह त्याग करने के बाद सिद्धार्थ ने वैशाली के आलारकलाम से सांख्य दर्शन की शिक्षा ग्रहण की। आलारकलाम सिद्धार्थ के प्रथम गुरु हुए। आलारकलाम के बाद सिद्धार्थ ने राजगीर के रुद्रकरामपुत्त से शिक्षा ग्रहण की। उरुवेला में सिद्धार्थ को कौण्डिन्य, वप्पा, भादिया, महानामा एवं अस्सागी नामक 5 साधक मिले।
- बुद्ध जीवन से संबंधित बौद्ध धर्म के प्रतीक ( घटना – प्रतीक )
- जन्म – कमल एवं सांड
- गृहत्याग – घोडा
- ज्ञान – पीपल
- निर्वाण – पद चिह्न
- मृत्यु – स्तूप
- बौद्ध सभाएँ ( सभा – समय – स्थान – अध्यक्ष – शासनकाल )
- प्रथम बौद्ध संगीति – 483 ईसा पूर्व – राजगृह – महाकश्यप – अज्ञातशत्रु
- द्वितीय बौद्ध संगीति – 383 ईसा पूर्व – वैशाली – सबकामी – कालाशोक
- तृतीय बौद्ध संगीति – 255 ईसा पूर्व – पाटलिपुत्र – मोग्गलिपुत्त – अशोक
- चतुर्थ बौद्ध संगीति – ईस्वी की प्रथम शताब्दी – कुण्डलवन – वसुमित्र – कनिष्क
- प्रमुख अनुयायी शासक
- बिम्बिसार
- प्रसेनजित
- उद्दीन
बुद्ध धर्म से संबंधित महत्वपूर्ण एवं उपयोगी बातें, तो आईए जानते है –
- बुद्ध का शाब्दिक अर्थ है – प्रकाशवान
- एशिया की ज्योति किसे कहा जाता है – गौतम बुद्ध
- गौतम बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ – गया ( बिहार )
- किस पेड़ के नीचे बुद्ध ने 6 वर्षो तक तपस्या की – पीपल
- ज्ञान प्राप्ति के बाद सिद्धार्थ किस नाम से जाने गए – बुद्ध
- बुद्ध ने प्रथम उपदेश कहा दिया – सारनाथ में
- बुद्ध ने सर्वाधिक उपदेश कहा दिए – कौशल देश की राजधानी श्रावस्ती में
- बुद्ध के प्रमुख अनुयायी – बिम्बिसार , प्रसेनजित तथा उदयिन।
- बुद्ध की मृत्यु कब हुई – 483 ईसा पूर्व कुशीनारा ( उत्तर प्रदेश )
- बुद्ध संघ में सम्मिलित होने की न्यूनतम आयु – 15 वर्ष
- बौद्ध धर्म के त्रिरत्न – बुद्ध , धम एवं संघ।
- बौद्ध धर्म के दो भाग – हीनयान एवं महायान।
- गौतम बुद्ध ज्ञान का प्रतीक चिह्न – पीपल
- गौतम बुद्ध की मृत्यु का प्रतीक चिह्न – स्तूप
- जातक कथाएँ किस धर्म से है – बौद्ध धर्म से
- मठ, मंदिर व स्तूप किस धर्म से संबंधित है – बौद्ध धर्म से
- बौद्ध धर्म ग्रहण करने वाली प्रथम महिला – महाप्रजापति गौतमी
- बौद्ध धर्म का मूल आधार – चार आर्य सत्य।
- भारत में उपासना की जाने वाली प्रथम मूर्ति सम्भवतः बुद्ध की थी।
महाभिनिष्क्रमण |
- बुद्ध की मृत्यु
महात्मा बुद्ध की मृत्यु 80 वर्ष की अवस्था में 463 ईसा पूर्व में कुशीनारा (देवरिया, उत्तर प्रदेश) में चुन्द द्वारा अर्पित भोजन करने के बाद हो गयी, जिसे बौद्ध धर्म में महापरिनिर्वाण कहा गया है। मल्लों ने अत्यंत सम्मानपूर्वक बुद्ध का अंत्येष्टि संस्कार किया। एक अनुश्रुति के अनुसार मृत्यु के बाद बुद्ध के शरीर के अवशेषों को 8 भागों में बांटकर उन पर 8 स्तूपों का निर्माण कराया गया। बुद्ध के जन्म एवं मृत्यु की तिथि को चीनी परम्परा के केंटोंन अभिलेख के आधार पर निश्चित की गई है।
बुद्ध धर्म एक नजर में
29 वर्ष की अवस्था में गृह-त्याग करके महात्मा बुद्ध ने पीपल के पेड़ की नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ उसके बाद महात्मा बुद्ध ने बुद्ध धर्म की स्थापना की। बुद्ध ने अपने उपदेश कौशल, वैशाली, कौशाम्बी एवं अन्य राज्यों में दिए परन्तु सर्वाधिक उपदेश कौशल देश की राजधानी श्रावस्ती में दिए। बुद्ध धर्म हीनयान और महायान नामक दो भागो में बंटा हुआ है।