जलमंडल से संबंधित प्रश्न उत्तर मे तीनों महासागर, प्रशांत महासागर, प्रशांत महासागर और हिन्दी महासागर के बारे मे महत्वपूर्ण बाते बताई गई है
जलमंडल को अंग्रेजी भाषा में Hydrosphere कहते है। संपूर्ण पृथ्वी का तीन चौथाई भाग ( लगभग 71 % ) में जलमंडल का विस्तार है जिसमें से कुल मात्रा का 97.5 % जल महासागरों में है जो पीने योग्य नहीं है। केवल 2.5 % भाग ही पीने योग्य है। आईये जानते है महासागर के बारे में –
जलमंडल से संबंधित प्रश्न उत्तर :-
- महासागरीय जल के दो महत्वपूर्ण गुण है – तापमान एवं लवणता।
- जलमंडल का वह बड़ा भाग जिसकी कोई निश्चित सीमा न हो – महासागर कहलाता है।
- महासागरों की औसत गहराई 3800 मीटर और स्थल की औसत ऊंचाई 840 मीटर है।
- समुद्र का वह बड़ा भाग जो तीन तरफ से घिरा हो और एक तरफ महासागर से मिला हो – समुद्र कहलाता है।
- समुद्र का स्थलीय भाग में प्रवेश कर जाने पर जो जल का क्षेत्र बनता है – खाड़ी कहलाती है।
- जिसके दो किनारे स्थल से घिरे हो, एक तरफ टापुओं का समूह हो और दूसरी तरफ समुद्र से मिला हो – Bay कहलाता है।
- समुद्र का स्थलीय भाग में प्रवेश कर जाने पर जल का जो क्षेत्र बनता है उसे ही खाड़ी ( Gulf ) कहा जाता है।
- सामान्यतः महासागरीय जल का तापमान लगभग 5 डिग्री C से 33 डिग्री C के बीच रहता है।
- आकार में अंतर के कारण अंटलांटिक महासागर में वार्षिक तापान्तर प्रशांत महासागर के अपेक्षा अधिक होता है।
- उत्तरी गोलार्द्ध में दक्षिण गोलार्द्ध के तुलना में तापान्तर अधिक होता है।
- लवणता को प्रति हजार में व्यक्त करते है, समुद्र जल की औसत लवणता लगभग 35 प्रति हज़ार होती है।
- तुर्की की वान झील की लवणता सबसे अधिक 330 % है।
- दूसरे स्थान पर लवणता मृत सागर की 238 % है।
- सपाट शीर्ष वाले समुद्री पर्वतों को गाई आट कहते है। प्रशांत सागर में गुआम द्वीप के समीप मेरियाना गर्त सबसे गहरा 11022 मीटर है। इसे चैलेंजर गर्त भी कहते है।
- जलमग्न उत्थान का वह भाग जहा जल की गहराई छीछली होती है, शॉल कहलाता है।
- ग्रेट बेरियर रीफ संसार की सबसे बड़ी प्रवाल-भित्ति है।
महासागर एवं महाद्वीप |
प्रशांत महासागर –
- यह पृथ्वी का एक तिहाई भाग ढकता है जिसका क्षेत्रफल 16 करोड़ 57 लाख वर्ग किलोमीटर है।
- इसकी आकृति त्रिभुजाकार है एवं क्षेत्रफल सम्पूर्ण स्थल के क्षेत्रफल से अधिक है।
- इसका शीर्ष बेरिंग जलडमरुमध्य पर और आधार अंटार्कटिका महाद्वीप पर है।
- भूमध्य रेखा पर इसकी लम्बाई 16000 किलोमीटर से भी अधिक है।
- इसके पश्चिम में एशिया तथा आस्ट्रेलिया महाद्वीप, पूर्व में उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका तथा दक्षिण में अंटार्कटिका महाद्वीप है।
- इस विशाल महाद्वीप में कुल मिलाकर 2000 से भी अधिक द्वीप है।
- प्रशांत महासागर का अधिकांश तटवर्ती सागर पश्चिमी भाग में है। इसमें बेरिंग सागर, आखोटस्क सागर, जापान सागर, पित सागर एवं पूर्वी चीन सागर आदि महत्वपूर्ण है।
- पूर्व की और केवल केलिफोर्निया की खाड़ी ही प्रशिद्ध है।
अटलांटिक महासागर –
- यह सम्पूर्ण संसार का छठा भाग है जिसका क्षेत्रफल 8 करोड़ 29 लाख वर्ग किलोमीटर है। जो प्रशांत महासागर के लगभग आधा है।
- इस महासागर की आकृति अंग्रेजी के S आकार से मिलती जुलती है।
- इसके पश्चिम में दोनों अमेरिका तथा पूर्व में यूरोप और अफ्रीका, दक्षिण में अंटार्कटिका महाद्वीप है।
- इस महासागर की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता मध्य अटलांटिक कटक है। यह उतर में आइसलैंड से दक्षिण में बोवेट द्वीप तक लगभग 14000 किलोमीटर लम्बा तथा 4000 मीटर लम्बा है। यह एक जलमग्न कटक है। तो भी इसकी अनेक चोटियां जल से ऊपर उठकर छोटे छोटे द्वीपों का निर्माण करती है। अज़ोर्स का पाइको द्वीप तथा कि बर्दे द्वीप इसके प्रमुख उद्हारण है।
- अटलांटिक महासागर के तटो के साथ बेफ़िन की खाड़ी, हडसन की खाड़ी, उत्तरी सागर, बाल्टिक सागर, मैक्सिको की खाड़ी, भूमध्य सागर तथा कैरिबियन सागर महत्वपूर्ण सागर है।
हिन्द महासागर –
- इसके उत्तर में एशिया महाद्वीप, दक्षिण में अंटार्कटिका महाद्वीप पूर्व में आस्ट्रेलिया महाद्वीप तथा पश्चिम में अफ्रीका महाद्वीप है।
- यह एक अर्द्धमहासागर है इसका कुल क्षेत्रफल 7 करोड़ 34 लाख वर्ग किलोमीटर है।
- यह एक तरफ प्रशांत महासागर और दूसरी तरफ अटलांटिक महासागर से मिला हुआ है।
- कर्क रेखा इस महासागर की उत्तरी सीमा है। इसमें भारत के दक्षिणी-पश्चिमी तट के समीप लक्षद्वीप तथा मालदीप प्रवाल-द्वीपों के उद्हारण है।
- मारीशस और रियूनियन द्वीप ज्वालामुखी प्रक्रिया से उत्पन्न द्वीप है।
- इस महासागर का सबसे बड़ा द्वीप मेडागास्कर है। और मेडागास्कर के पूर्व में मारीशस द्वीप है। इस महासागर में वास्तविक तटवर्ती सागर दो ही है। वे है – लाल सागर और फारस की खाड़ी।
- डियागो गार्शिया द्वीप इसी महासागर में है।